नाखून क्यों बढ़ते है स्वाध्याय

नाखून क्यों बढ़ते है स्वाध्याय

नाखून क्यों बढ़ते है स्वाध्याय इयत्ता आठवी हिंदी

मौलिक सृजन

सद्गुणों और दुर्गुणों में अंतर लिखो |

उत्तर :

सद्गुणोंदुर्गुणों
i) हम नैतिक प्रवृत्तियों को सद्गुण कहते है|
ii) सद्गुणों में व्यक्ति की प्रवृत्तियां नैतिक दृष्टि से उचित कर्मो के लिए उत्प्रेरित करती है|
iii) उचित कर्म – उदा. प्रेम, अस्तेय, ईमानदारी, न्यायनिष्ठा, इत्यादि|
iv) सद्गुण नैतिक आचरण को दर्शाता है|
v) सद्गुण सदैव सृजनात्मकता की ओर बढ़ाता है|
vi) सद्गुण की प्रवृत्ति समाज को संतुलित विकास को ओर ले जाती है|
i) हम अनैतिक प्रवृत्तियों को दुर्गुण कहते है|
ii) जबकि दुर्गुणों में अनैतिक प्रवृत्तियों के माध्यम से व्यक्ति नैतिक दृष्टि से अनुचित कर्मो को करने के लिए प्रेरित होता है|
iii) अनुचित कर्म उदा. द्रोह, शत्रुता, द्वेष, वैमनस्य, अर्थलोलुपता, बेईमानी, तस्करी इत्यादि|
iv) जबकि दुर्गुण अनैतिक आचरण को दर्शाता है|
v) जबकि दुर्गुण सदैव विखण्डनकारी होता है|
vi) दुर्गुण की प्रवृत्ति समाज को विनाश की ओर ले जाती है|

लेखनीय

‘सुरक्षा हेतु शस्त्रों की भरमार’ विषय के पक्ष – विपक्ष में अपने विचार लिखो |

उत्तर :

सुरक्षा हेतु शस्त्रों की भरमार

i) पक्ष – आज विश्व बारूद के ढेर पर बैठा है| साम्राज्यवादी और महत्त्वाकांक्षी शासक पूरे विश्व को अपने आधिन करने हेतु घात लगाएं बैठे है| इतिहास में चीन और पाकिस्तान द्वारा हुए आक्रमणों ने हमें सदैव इनकी बदनियती से सावधान रहने की चेतावनी दी है| आतंकवाद का जहर पूरे विश्व में फैला हुआ है| क्या ऐसे में हमें सावधान रहने की आवश्यकता नहीं ?

पाकिस्तान, चीन, इंग्लैड, रूस, अमेरिका जैसे राष्ट्र अणु – परमाणू या हायड्रोजन बमों का निर्माण अथवा नए शस्त्रों का निर्माण कर सजावट के लिए कर रहे है ? कदापी नहीं |

शस्त्र का मुकाबला शस्त्र से ही संभव है | दो सौ वर्षो से अधिक गुलामी की पीढ़ा झेलकर भी यही हम सावधान न हुए तो कोई शक्ति हमें बचा नहीं सकती |

निश्चित ही हमें अस्त्र – शस्त्रों से सुसज्जित होना पड़ेंगा| हम किसी को अपना गुलाम नहीं बनाना चाहते| परंतु आत्मरक्षा हमारा धर्म भी है और अधिकार भी| अत: शस्त्रागार में शस्त्रों की भरमार आवश्यक है|

ii) विपक्ष – भारतभूमी ने सदैव ही ‘वसुवैध कुटूम्बदम’ का संदेश दिया है| विश्व शांती, विश्व बंधूता, विश्वप्रेम, ग्रामविश्व का स्वप्न क्या अस्त्रों को साथ लेकर संभव है ? यह तो वही बात हुई ‘मुह में राम बगल में छुरी|’

अस्त्रो के निर्माण एवं एकत्रीकरण से क्या हम विश्व को अपनी पशुता एवं क्रूरता का संदेश नहीं देते ? शस्त्रों की भरमार होना क्या अहिंसावादी ‘महात्मा गांधी’ का अपमान नहीं ? प्रेम ही सबसे बड़ा शस्त्र है| किचड़ को क्या किचड़ से धोया जा सकता है ?

इसी के साथ ही महंगाई के इस युग में लाखों करोड़ो रूपये शस्त्रों पर खर्च करना क्या उचित है ? यही मुद्दा यही हम देश के विकास में लगाए अथवा गरीबी हटाने में लगाए तो देश से गरीबी का नामोनिशान मिट जाए|

देश में चारो और समता, समृद्धी और विकास की फसल लहलहाने लगे|

निश्चित ही हमें शस्त्रों को त्याग कर विश्व को अहिंसा, प्रेम और शांति का संदेश देना चाहिये|

सूचनानुसार कृतियाँ करो :

1) प्रवाह तालिका पूर्ण करो :

उत्तर :

2) प्रतीक लिखो :

नाखूनों को बढ़ाना नाखूनों को काटना
………………………
………………………..
………………………..
………………………..
………………………..
………………………..
………………………..
………………………..

उत्तर :

नाखूनों को बढ़ाना नाखूनों को काटना
i) पाशवी वृत्ति के जीवंत प्रतीक
ii) निर्लज्ज अपराधी
iii) पशुता की निशानी
iv) सहजात वृत्ति
i) चरितार्थता की निशानी
ii) मनुष्यता की निशानी
iii) मनुष्य का अपना आदर्श है|
iv) स्वनिर्धारित आत्मबंधन का फल|

3) उत्तर लिखो :

1. मनुष्य की चरितार्थता इन दो बातों में है :-

अ) ……………………

आ) …………………..

उत्तर :

अ) प्रेम में है, मैत्री में है, त्याग में है|

आ) अपने को सबके मंगल के लिए नि: शेष भाव दे देने में है|

2. मनुष्य का स्वधर्म यह है :

अ) …………………

आ) ………………..

उत्तर :

अ) अपने को संयत रखना |

आ) दूसरे के मनोभावों का आदर करना मनुष्य का स्वधर्म है |

3. मनुष्य को नाखूनों की जरूरत तब थी :

अ) ………………….

आ) ………………….

उत्तर :

अ) जब मनुष्य जंगली था;

आ) वनमानुष जैसा था|

भाषा बिंदु

1) निम्न शब्दों के लिंग पहचानकर लिखो –

आत्मा, व्यक्ति, बादल, तार, नोट, नाखून, पुस्तक, तकिया, दही

उत्तर :

निम्न शब्दों के लिंग इस प्रकार है|

शब्द लिंग
आत्मा
व्यक्ति
बादल
तार
नोट
नाखून
पुस्तक
तकिया
दही
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
पुल्लिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग

2) अर्थ के अनुसार वाक्यों के प्रकार ढूंढकर लिखो |

उत्तर :

अर्थ के आधार पर वाक्यों के प्रकार निम्न है|

i) विधानवाचक वाक्य |

ii) निषेधात्मक वाक्य |

iii) प्रश्नवाचक वाक्य |

iv) संकेतवाचक वाक्य |

v) संदेहवाचक वाक्य |

vi) इच्छावाचक वाक्य |

vii) आज्ञावाचक वाक्य |

viii) विस्मयादिबोधक वाक्य |

उपयोजित लेखन

किसी मौलिक मराठी विज्ञापन का हिंदी में अनुवाद करो |

उत्तर :

स्वयं अध्ययन

शरीर के विभिन्न अंगों से संबंधित मुहावरों की अर्थ सहित सूची बनाओ |

उत्तर :

शरीर के विभिन्न1अंगों संबंधित मुहावरों की अर्थ सहित सूची इस प्रकार है |

आँख पर मुहावरे

i) आँख उठाकर न देखना |

अर्थ – ध्यान न देना, तिरस्कार करना

वाक्य – मैं उनके पास काम के लिए गया था, परंतु उन्होंने मुझे आँख उठाकर भी न देखा |

ii) आँख का कॉटा होना |

अर्थ – खटकना, शत्रु होना

वाक्य – अपनी बुरे व्यवहार के कारण वह पड़ोसीयों की आँख का कॉटा हो गया है |

iii) आँख का तारा होना |

अर्थ – अत्यधिक प्रिय होना |

वाक्य – मोहन अपनी माँ के आँख का तारा है |

iv) आँख में पानी न होना |

अर्थ – बेहया, बेशर्म होना

वाक्य – बेईमान लोंगों की आँखो में पानी नहीं होता |

सिर पर मुहावरे

i) अपने सिर लेना |

अर्थ – जिम्मेदारी अपने ऊपर लेना |

वाक्य – राम ने सारे घर की जिम्मेदारी अपने सिर पर ली है |

ii) सिर आँखो पर बैठाना |

अर्थ – सम्मान और विनम्रतापूर्वक ग्रहण करना |

वाक्य – अच्छा कार्य करने वाले व्यक्ति को लोग अपने सिर आँखो पर बैठाते है |

iii) सिर का पसीना एड़ी तक आना |

अर्थ – घोर परिश्रम करना |

वाक्य – परीक्षा में सफल होने के लिए सोहन ने सिर का पसीना एड़ी तक ला लिया |

iv) ओखल में सिर देना |

अर्थ – जानकर समस्या में पड़ना |

वाक्य – जब ओखल में सिर दे दिया है तो अब डरते क्यूं हो |

नाक पर मुहावरे

i) नाक में दम करना |

अर्थ – परेशान करना |

वाक्य – इस बित्तेभर के छोकरे ने मेरी नाक में दम कर रखा है |

ii) नाक का बाल होना |

अर्थ – अधिक प्यारा होना |

वाक्य – हर बच्चा अपनी माँ की नाक का बाल होता है |

iii) नाक काटना |

अर्थ – इज्जत जाना |

वाक्य – बेटे की चोरी में पकड़े जाने पर बाप की नाक कट गई |

कान पर मुहावरे |

i) कान काटना |

अर्थ – हरा देना |

वाक्य – उस लड़के ने शतरंज में बड़े – बूढो के भी कान काट लिये |

ii) कान पकड़ना |

अर्थ – दुबारा गलती नहीं करने की प्रतिज्ञा करना |

वाक्य – मैंने तो भाई, अब कान पकड़ लिया है कि त्रिवेदी से बात नहीं करूंगा |

दांत पर मुहावरे

i) दांतों तले उंगली दबाना |

अर्थ – आश्चर्य चकित होना |

वाक्य – अभिमन्यु की वीरता देखकर बड़े – बड़े योद्धाओं ने दांतों तले उंगली दबा ली |

ii) दांत खट्टे करना |

अर्थ – परेशान करना |

वाक्य – भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों के दांत खट्टे कर दिये |

मुँह पर मुहावरे

i) मुँह की खाना |

अर्थ – बुरी तरह पराजित होना |

वाक्य – पाकिस्तान हर बार भारत से मुँह की खाता है |

ii) मुँह में पानी आना |

अर्थ – लालच करना |

वाक्य – रसगुल्ले देखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया |

हृदय पर मुहावरे

i) हृदय पत्थर हो जाना |

अर्थ – निर्दयी हो जाना |

वाक्य – आतंकवादियों का हृदय पत्थर हो गया है वे बच्चो को भी मार डालते है |

ii) हृदय उछलना |

अर्थ – बहुत आनंदित होना |

वाक्य – कन्हैया को चलते देखकर यशोदा का हृदय उछलने लगता है |

हाथ पर मुहावरे

i) हाथ धोना |

अर्थ – खो देना |

वाक्य – वहां अपने बेटे को मत भेंजों राधा, नहीं तो उससे तुम्हें हाथ धोना पड़ सकता है |

ii) हाथ मलना |

अर्थ – पछताना |

वाक्य – अब हाथ मलने से क्या फायदा, जो हो चुका उसे भूल जाओं |

चेहरे पर मुहावरे

i) चेहरे पर हवाइयां उड़ाना |

अर्थ – घबरा जाना |

वाक्य – पुलिस को देखकर चोर के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी |

पैर पर मुहावरे |

i) अपने पैरों पर खड़ा होना |

अर्थ – आत्मनिर्भर होना |

वाक्य – वह अपने पैरों पर खड़ा होकर ही शादी करेगा, इतना मैं जानता हूं |

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