वारिस कौन स्वाध्याय

वारिस कौन स्वाध्याय

वारिस कौन स्वाध्याय इयत्ता आठवी हिंदी

मौलिक सृजन

अपने आस – पास घटित चतुराई से संबंधित घटना लिखो |

उत्तर :

मैं और मेरा दोस्त सुनील नियमित शाला जाते थे कुछ दिनों सें कक्षा मे विद्यार्थी के बैग से अकसर कुछ ना कुछ समान जैसे पेन पेनिस्ल, रबर, कॉपी, कम्पास इत्यादी समान गायब होने लगे थे| एक दिन मेरे दोस्त सुनील का भी बहुत सुंदर कम्पास गुम हो गया था, या शायद किसी ने उसे चुरा लिया था| मैंने अब ही मन ही मन उस चोर को पकड़ने की ठानी| और सारी बात अपने बड़े भाई को बताई और उनसे उनका स्मार्ट फोन मांगा|

दूसरे दिन रोज की तरह मैं शाला गया मध्यांतर में जब सब छात्र बाहर खेलने गये| तब मे दरवाजे के पीछे छिप गया| मैंने देखा की राहुल कक्षा में दबे पैर आ रहा था उसने सभी के बैग खोलकर समान निकालना शुरू किया ओर अपने बैग मे डालने लगा| मैंने यह सब मोबाइल में रिकार्ड कर लिया| और जब कक्षा में शिक्षक आये तो मैंने उनके पास जाकर सारी घटना को बताया और मोबाइल की सारी रिकाडिंग दिखलायी| शिक्षक ने राहुल को जोर दार डांट लगाकर भविष्य में ऐसा न करने पर सख्त कार्यवाही की जाने की हिदायत देकर सभी विद्यार्थीयों की चीजों को वापस करने को कहा, और मेरी चतुराई की दाद देते हुए, सभी को ईमानदार व चतुर बनने की प्रेरणा दी| जिससे हम किसी भी समस्या का हल कर सकें|

संभाषणीय

‘उत्तर भारत की नदियों में बारहों मास पानी रहता है’ इसके कारणों की जानकारी प्राप्त करके कक्षा में बताओं|

उत्तर :

उत्तर भारत की नदियों में बारहों मास पानी रहता है| इसके निम्न कारण है|

i) हिमालय पर्वत ज्यादातर बर्फ से ढका रहता है और गर्मीयों में बर्फ और ग्लेशियरो के पिघलने के कारण भी यहां की नदियों में बारहों मास पानी भरा रहता है|

ii) उत्तर भारत का स्थान अधिक ऊंचाई में विषुवत्त रेखा के पास होने के बावजूद बर्फ कायम रहती है|

iii) उत्तर भारत की नदियों में ज्यादातर फ्लो फ्लोपॅटर्न (ऊपर से नीचे की ओर) होता है जिसके कारण भी नदियों में बारहों मास पानी रहता है|

लेखनीय

मराठी समाचार पत्र या बालपत्रिका के किसी परिच्छेद का हिंदी में अनुवाद करो |

उत्तर :

मराठी समाचार पत्र का परिच्छेद

प्राथमिक शिक्षक भरतीतील डी.एड.चे आरक्षण रद्द

मुंबई, तां. 29 :

राज्यातील प्राथमिक शिक्षक भरतीमध्ये इंग्रजी माध्यमातून डी. एड. करणाऱ्यांसाठी यापूर्वी असलेले 20 टक्के राखीव जागांचे आरक्षण काढून टाकण्यात आले आहे. पवित्र पोर्टलद्वारे शिक्षक भरती होत असल्याने आणि इंग्रजी माध्यमासाठी शिक्षक उपलब्ध होत असल्याने सरकारने हा निर्णय घेतला आहे.

हिंदी अनुवाद

प्राथमिक शिक्षक भर्ती से डी. एड. का आरक्षण रद्द

मुंबई. ता. 29 :

राज्य के प्राथमिक शिक्षक भर्ती में अंग्रेजी माध्यम से डी. एड. करने के लिए इससे पहले दिए गए 20 प्रतिशत आरक्षण को रद्द कर दिया गया है | पवित्र पोर्टल के द्वारा शिक्षक भर्ती होने के कारण और अंग्रेजी माध्यम के लिए शिक्षक उपलब्ध होने के कारण सरकार ने यह निर्णय लिया है |

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :

1) उत्तर लिखो :

उत्तर :

2) उचित घटनाक्रम लगाकर वाक्य फिर से लिखो :

1. सभी के उत्तर से राजा को बड़ी निराशा हुई |

2. रथ एक बड़े-से हरे-भरे खेत के सामने रुक गया |

3. राजा ने हैरानी से राजकुमारी की ओर देखा |

4. अंत में उसे एक उपाय सूझ गया |

उत्तर :

4. अंत में उसे एक उपाय सूझ गया |

1. सभी के उत्तर से राजा को बड़ी निराशा हुई |

2. रथ एक बड़े-से हरे-भरे खेत के सामने रुक गया |

3. राजा ने हैरानी से राजकुमारी की ओर देखा |

3) सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखो :

1. जरूर इसके पीछे कोई ……………….. होगा |

(उद्देश्य / हेतु / मकसद)

उत्तर :

जरूर इसके पीछे कोई मकसद होगा |

2. सो मैं उन्हें ………………….. खा गई |

(भिगोकर / भुनवाकर / पकाकर)

उत्तर :

सो मैं उन्हें भुनवाकर खा गई |

3. तुम ही मेरे राज्य की सच्ची ………………….. हो |

(रानी / युवराज्ञी / उत्तराधिकारी)

उत्तर :

तुम ही मेरे राज्य की सच्ची उत्तराधिकारी हो |

4. इसे तुम अपने पास रखो, ……………………. साल बाद मैं इन्हे मांगूंगा |

(चार / सात / पांच )

उत्तर :

इसे तुम अपने पास रखो, पांच साल बाद मैं इन्हे मांगूंगा |

4) परिणाम लिखो :

1. गेहूँ के दोनों को बोने का परिणाम –

उत्तर :

गेहूँ के दानों को बोने पर समय पर अंकुर फूटे | पौधे तैयार हुए और दाने निकले |

2. सभी के उत्तर सुनकर राजा पर हुआ परिणाम –

उत्तर :

सभी के उत्तर से राजा को बड़ी निराशा हुई |

3. दूसरी राजकुमारी को संदूकची में दाने रखने का परिणाम –

उत्तर :

दूसरी राजकुमारी का संदूकची में दाने रखने का परिणाम दाने सड़ गए थे |

4. पहली राजकुमारी को कड़ककर पूछने का परिणाम –

उत्तर :

पहली राजकुमारी को कड़ककर पूछने पर उसने सच्ची बात बता दी |

भाषा बिंदु

रचना के आधार पर विभिन्न प्रकार के तीन-तीन वाक्य पाठों से ढूंढकर लिखो |

उत्तर :

रचना के आधार पर विभिन्न प्रकार के तीन-तीन वाक्य इस प्रकार है |

अ) सरल वाक्य –

i) एक राजा था|

ii) वह सोचने लगा|

iii) दाने सड़ गए थे|

ब) संयुक्त वाक्य –

i) राजकुमारी ने तैयार फसल में से दाने निकाले और फिर से बो दिए |

ii) राजा ने अब चौथी और सबसे छोटी राजकुमारी से पूछा |

iii) राजा ने उसे गले लगा लिया और कहा – “अब मैं निश्चिंत हो गया”|

क) मिश्रित वाक्य –

i) तीसरी बहन बस सोचती रही की इसका क्या करूं |

ii) राजा ने सोचा की इन चारो में से जो सबसे बुद्धिमती होगी, उसे ही अपना राजपाट सौंपेगा |

iii) तीसरी राजकुमारी को इस बात का यकीन था कि पिताजी ने उन्हें यूँ ही ये दाने नहीं दिए होंगे |

उपयोजित लेखन

अपने मित्र / सहेली को दीपावली की छुट्टियों में अपने घर निमंत्रित करने वाला पत्र लिखो |

उत्तर :

फूले नगर,

कालेश्वर,

मुंबई

07/04/24

प्रिय मित्र,

सप्रेम नमस्कार!

कल तुम्हारा पत्र मिला| यह जानकर अति प्रसन्नता हुई कि तुम कुशल पूर्वक हो| मैं भी यहां कुशल से हूं| यह पत्र मैंने एक विशेष उद्देश्य से लिखा है| तुम्हे तो पता ही होगा की दिपावली का पर्व आनेवाला है| मेरे यहां दिपावली अत्यंत पारंपरिक रीति -रिवाजों के साथ मनायी जाती है| इस बार दिपावली पर मैं तुम्हें अपने घर आमंत्रित करना चाहता हूं|

मेरे घर के सभी सदस्य तुमसे मिलकर बहुत प्रसन्न होंगे और तुम्हें भी बहुत आनंद आएगा|

घर के सभी सदस्यों को मेरा यथोचित अभिवादन बोलना|

तुम्हारी सहमति कि आशा में|

तुम्हारा मित्र|

स्वयं अध्ययन

बीरबल की बौद्धिक चतुराई की कहानी के मुद्दों का फोल्डर बनाकर कहानी प्रस्तुत करो |

एक मंत्री की उदास शक्ल → तीन रूपये → तीन चीजे → पहली चीज यहां → बाजार जाना → अकबर के पास लौटा → दरबारियों का मुस्कुराना → बुद्धि का लोहा मानना

उत्तर :

एक मंत्री की उदास शक्ल देख बादशाह अकबर ने उसकी उदासी का कारण पूछा तब मंत्री बोले कि आप सारे महत्त्वपूर्ण कार्य बीरबल को सौंप कर उसे ही महत्त्व देते है जिस कारण हमें अपनी प्रतिभा साबित करने का मौका ही नहीं मिलता है| इस बात को सुन कर अकबर ने उस मंत्री को तीन रूपये दिये और कहां कि आप बाजार जा कर इन तीन रूपयो को तीन चीजों पर बराबर-बराबर खर्च करे ………

यानी हर एक चीज पर एक रूपये| लेकिन शर्त यह है कि – “पहली चीज यहां की हानी चाहिए| दूसरी चीज वहां की होनी चाहिए| और तीसरी चीज ना यहां की होनी चाहिए और ना वहां की होनी चाहिए|”

दरबारी मंत्री अकबर से तीन रूपये ले कर बाजार निकल पड़ा| उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि वो अब क्या करे| वह एक दुकान से दूसरे दुकान चक्कर लगाने लगा लेकिन उसे ऐसा कोई नहीं मिला जो इस शर्त के मुताबिक एक -एक रूपये वाली तीन चीजे दे सके| वह थक -हार कर वापस अकबर के पास लौट आया |

अब बादशाह अकबर ने यही कार्य बीरबल को दिया | बीरबल एक घंटे में अकबर बादशाह की चुनौती पार लगा कर तीन वस्तुएं ले कर लौट आया| अब बीरबल ने उस वस्तुओं का वृतांत कुछ इस तरह सुनाया|

पहला एक रुपयों मैंने मिठाई पर खर्च कर दिया जो यहां इस दुनिया की चीज है| दूसरा रुपया मैंने एक गरीब फकीर को दान किया जिससे मुझे पुण्य मिला जो वहां यानी जन्नत की चीज है और तीसरे रूपये से मैंने जुवा खेला और हार गया इस तरह “जुअे में हारा रुपया” वो तीसरी चीज थी जो ना यहां मेरे काम आई न वहां जन्नत में मुझे नसीब होगी| बीरबल की चतुराई की बात सुनकर राजा के साथ -साथ दरबारी भी मुस्कुरा पड़े और सभी ने उनकी बुद्धि का लोहा मान लिया|

सीख – हर, पहली समस्या और परिस्थिति का हल चतुराई से किया जा सकता है|

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