सोई मेरी छौना रे स्वाध्याय

सोई मेरी छौना रे स्वाध्याय

सोई मेरी छौना रे स्वाध्याय इयत्ता सहावी हिंदी

जरा सोचो ……………. बताओ

यदि सच में हमारे मामा का घर चाँद पर होता तो …..

उत्तर :

यदि सच में हमारे मामा का घर चाँद पर होता, तो कितना अच्छा होता। हम मामा के घर जाते। जिस आसमान को दूर से देखा करते हैं, उसकी खूब सैर करते। चाँद सितारों को नजदीक से देखते। बादलों के बीच लुका-छिपी खेलते। परियों के देश में जाते। वे किस तरह रहती हैं, जानने-देखने का अवसर पाते। वहाँ अच्छा स्वास्थ्य बनाते, क्योंकि प्रदूषणरहित वातावरण में रहने का अवसर मिलता। हमारी प्यारी धरती तो प्रदूषण के कारण दिन पर दिन रहने के लिए खराब होती जा रही है।

खोजबीन

विभिन्न क्षेत्रों की ‘प्रथम भारतीय महिलाओं’ की सचित्र जानकारी कॉपी में चिपकाओ।

उत्तर :

विभिन्न क्षेत्रों की ‘प्रथम भारतीय महिलाएँ’ – सचित्र जानकारी

क्षेत्रनामउपलब्धि
प्रथम महिला प्रधानमंत्रीइंदिरा गांधीभारत की पहली महिला प्रधानमंत्री (1966)
प्रथम महिला राष्ट्रपतिप्रतिभा पाटिलभारत की पहली महिला राष्ट्रपति (2007)
प्रथम महिला आईपीएस अधिकारीकिरण बेदीभारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी (1972)
प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्रीकल्पना चावलाअंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला (1997)
प्रथम महिला नोबेल पुरस्कार विजेतामदर टेरेसानोबेल शांति पुरस्कार (1979)
प्रथम महिला पायलटसरला ठकरालभारत की पहली महिला विमान चालक (1936)
प्रथम महिला ओलंपिक पदक विजेताकर्णम मल्लेश्वरीभारोत्तोलन में ओलंपिक कांस्य पदक (2000)
प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश (हाई कोर्ट)लीला सेठकिसी हाई कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश
प्रथम महिला मुख्यमंत्रीसुचेता कृपलानीउत्तर प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री (1963)
प्रथम महिला फील्ड मार्शल (सेना में उच्च पद)पद्मावती बंदोपाध्यायएयर मार्शल बनने वाली पहली महिला

स्वयं अध्ययन

अपने परिवार के प्रिय व्यक्ति के लिए चार काव्य पंक्तियाँ लिखो।

उत्तर :

प्रिय माँ के लिए चार काव्य पंक्तियाँ:

माँ तेरी ममता की छाया, सबसे प्यारी लगती है,
तेरी गोद में जो सुकून है, वो दुनिया में नहीं मिलती है।
तेरा प्यार है जैसे खुशबू भरे फूलों की बगिया,
तू है मेरे जीवन की सबसे मीठी बंदरिया।

भाषा की ओर

हिंदी-मराठी के समोच्चरित शब्दों की अर्थ भिन्नता बताओ और लिखो।

मराठी अर्थसमोच्चरित शब्दहिंदी अर्थ
कल
सही
खोल
आई
परत

उत्तर :

मराठी अर्थसमोच्चरित शब्दहिंदी अर्थ
पसंती कल आने वाला अथवा बीता हुआ दिन
स्वाक्षरी सही ठीक, सत्य
उघड खोल आवरण
माता आई आना
पुन्हा परत किसी चीज को एक के ऊपर एक रखना

सुनो तो जरा

नीतिपरक दोहे सुनो और आनंदपूर्वक सुनाओ।

उत्तर :

मैंने नीतिपरक दोहे सुने जो जीवन में अच्छे संस्कार और शिक्षा देते हैं। दोहे छोटे होते हैं, लेकिन उनका अर्थ बहुत गहरा होता है। नीचे दो प्रसिद्ध दोहे दिए गए हैं:

1. रहीम का दोहा
“बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर।
पंथी को छाया नहीं, फल लागे अति दूर॥”

भावार्थ:
अगर कोई बड़ा बन भी जाए (धन, पद या ज्ञान में), लेकिन दूसरों के काम न आए, तो वह बड़े होने का कोई लाभ नहीं है।

2. कबीर का दोहा
“ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय।
औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होय॥”

भावार्थ:
हमें ऐसा मीठा और शांतिपूर्ण बोलना चाहिए जिससे दूसरों को भी सुकून मिले और हमारा मन भी शांत हो।

बताओ तो सही

माँ को एक दिन की छुट्टी दी जाए तो क्या होगा ?

उत्तर :

माँ को एक दिन की छुट्टी दी जाए तो उस दिन घर में खाना नहीं बनेगा। सोकर उठने पर चाय और नाश्ता तैयार नहीं मिलेगा। खुद उठकर चाय और नाश्ता बनाना पड़ेगा। अपने कपड़ों को इधर-उधर से ढूँढना पड़ेगा। उस दिन घर की सफाई नहीं होगी। उस दिन घर में पानी भी भरकर नहीं रखा जाएगा। उस दिन हर चीज ऐसी ही पड़ी रहेगी। कुल मिलाकर पूरा घर अस्त-व्यस्त नजर आएगा। माँ के एक दिन छुट्टी लेने से हमें उस दिन अपना खाना खुद बनाना पड़ेगा। हमें अपने कपड़े खुद धोने पड़ेगे। अपना घर खुद साफ करना पड़ेगा।

वाचन जगत से

सुभद्राकुमारी चौहान की कविता पढ़ो और समूह में गाओ।

उत्तर :

हमने कक्षा में सुभद्राकुमारी चौहान जी की प्रसिद्ध कविता “झांसी की रानी” पढ़ी और उसे समूह में मिलकर गाया। यह कविता रानी लक्ष्मीबाई के साहस, वीरता और देशप्रेम को दर्शाती है।

झाँसी की रानी

कवयित्री: सुभद्राकुमारी चौहान

चमक उठी सन सत्तावन में,
यह तलवार पुरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह,
हमने सुनी कहानी थी।
ख़ूब लड़ी मर्दानी वह तो,
झाँसी वाली रानी थी।।1।।

कानपूर के नाना के संग,
बचपन बीता रानी का।
बिलकुल लड़कों जैसे था,
मन साहसी रानी का।।
खेल-खेल में ही शस्त्र चलाना,
सीख गई थी रानी।
वीर शिवाजी की गाथा,
सुन रोमांचित होती रानी।।2।।

सन् अठारह सौ सत्तावन में,
जब पहला संग्राम हुआ।
अंग्रेजों के शासन पर,
देशी जन को क्रोध हुआ।।
लक्ष्मीबाई उठ खड़ी हुई,
रणचंडी बनकर आई।
अपनी झाँसी की रक्षा को,
बिलकुल जान गंवाई।।3।।

तोपों से थी दुश्मन की सेना,
रानी तलवार उठाती थी।
कभी अकेली सवार हो घोड़े पर,
शत्रु दलों से भिड़ जाती थी।।
जनता ने देखा रानी को,
हिम्मत से लड़ते देखा।
वीरता की मिसाल बनी,
जब रानी ने घोड़ा दौड़ाया।।4।।

छोटे से बेटे को पीठ बाँध,
रणभूमि में वह जाती थी।
अंग्रेजों के छक्के छूटे,
जब रानी तलवार चलाती थी।।
रण में युद्ध किया अंतिम साँस तक,
कभी न पीछे हटना जाना।
ख़ूब लड़ी मर्दानी वह तो,
झाँसी वाली रानी थी।।5।।

मेरी कलम से

नियत विषय पर भाषण तैयार करो।

उत्तर :

विषय: स्वच्छता का महत्व

आदरणीय अध्यापकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
नमस्कार!

आज मैं आपके सामने “स्वच्छता का महत्व” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करने जा रहा/रही हूँ।

स्वच्छता का मतलब है – साफ-सुथरा रहना, अपने घर, स्कूल और आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखना। एक साफ शरीर में ही स्वस्थ मन रहता है। अगर हम गंदगी फैलाएँगे, तो बीमारियाँ जैसे मलेरिया, डेंगू और हैजा हमें घेर सकती हैं।

महात्मा गांधी जी भी कहते थे –
“स्वच्छता, स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है।”

हमें चाहिए कि हम खुद भी साफ रहें और दूसरों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।

  • हमें कूड़ा कूड़ेदान में ही डालना चाहिए।
  • रोज नहाना और हाथ धोना चाहिए।
  • विद्यालय और घर को साफ रखना चाहिए।

अगर हम सब मिलकर सफाई रखेंगे, तो हमारा देश भी सुंदर और स्वस्थ बनेगा।

धन्यवाद!
जय हिन्द!

कविता की पंक्तियाँ पूरी करो।

१. चाँद सितारे …………….,

………………..।

…………………,

…………. आँगनिया।

उत्तर :

चाँद सितारे जाग रहे,

नाच रही है चाँदनिया।

फूल खिले हैं चाँदी के,

फूली मेरी आँगनिया।

२. मेरा सुख …………….,

………………..।

…………………,

…………. गाऊँ मैं।

उत्तर :

मेरा सुख अनहोना रे,

सोई मेरी छौना रे !

गीत सुनाऊँ सोए तू,

तू सोए औ गाऊँ मैं।

विचार मंथन

।। जननी-जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ।।

उत्तर :

माता और मातृभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ होती हैं। इसलिए अपनी मातृ और मातृभूमि के प्रति हमेशा आदर और भक्ति भाव रखना चाहिए। कहा गया है कि तीनों लोकों का स्वामी भी बिना माँ के भिखारी ही होता है।

अध्ययन कौशल

अपने परिवार का वंश वृक्ष तैयार करो और रिश्ते-नातों के नाम लिखो।

उत्तर :

आपको इसमे आपके वंश के नाम लिखने है।

जोड़ो हमें

पेड़ के पत्तों पर दिए गए वर्णों से संयुक्ताक्षारयुक्त शब्द बनाओ : (आधे होकर, पाई हटाकर, हल लगाकर, ‘र’ के प्रकार)

(क, फ, ग, त, थ, घ, ष, व, द, म, ह, ठ, ड, ट, प, र)

उत्तर :

क – डॉक्टर

ग – अग्नि

फ – रफ्तार

त – कुत्ता

थ – पथ्य

घ – कृतघ्न

ष – मनुष्य

व – काव्य

द- युद्ध

म – सम्मान

ह- चिह्न

ठ – पाठ्यपुस्तक

ड – गड्डा

ट – पट्टा

प – प्याज

र – पर्व

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