जन्मदिन स्वाध्याय

जन्मदिन स्वाध्याय

जन्मदिन स्वाध्याय इयत्ता सहावी हिंदी

मैं कौन हूँ ?

सूचना, निर्देश, आदेश, अनुरोध, विनती के वाक्य विरामचिह्न सहित पढ़ो और समझो :

१. बगीचे के फल-फूल तोड़ना मना है।

उत्तर :

सूचना वाक्य

२. जैसे-फूल, सब्जी लेकर घर आओ।

उत्तर :

निर्देश वाक्य

३. ‘चंदामामा’ बालपत्रिका पढ़ो।

उत्तर :

आदेश वाक्य

४. अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें।

उत्तर :

अनुरोध वाक्य

५. बच्चों ने कहा, “कृपया हमें अंतिरक्ष के बारे में बताएँ।”

उत्तर :

विनती वाक्य

जरा सोचो ……………… कार्टून बनाओ

यदि पानी की टोंटी बोलने लगी …………….

उत्तर :

यदि पानी की टोंटी बोलने लगे तो बहुत हद तक पानी की बचत होने लगेगी। अक्सर लोग पानी की टोंटी खुली छोड़ देते हैं। यही नहीं, मुँह धोते समय भी टोंटी खुली होती है और ब्रश करते रहते हैं। नल यही कहेगा कि पानी खत्म होने के बाद टोंटी को बंद कर दें। पानी बर्बाद न करें।

विचार मंथन

।। सौर ऊर्जा, अक्षय ऊर्जा ।।

उत्तर :

सौर ऊर्जा सूरज से प्राप्त होने वाली ऊर्जा है। यह एक अक्षय ऊर्जा स्रोत है, जिसका अर्थ है कि यह कभी खत्म नहीं होती। जैसे-जैसे दुनिया में बिजली की मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे हमें ऐसे ऊर्जा स्रोतों की जरूरत है जो प्रकृति को नुकसान न पहुँचाएँ।

सौर ऊर्जा से न तो प्रदूषण होता है और न ही पर्यावरण को कोई हानि होती है। इसका उपयोग घरों, स्कूलों, अस्पतालों और खेती में किया जा सकता है। सोलर पैनल की मदद से सूरज की किरणों को बिजली में बदला जा सकता है।

हमें सौर ऊर्जा का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए, ताकि हम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा कर सकें और एक स्वच्छ और सुरक्षित भविष्य बना सकें।

भाषा की ओर

शब्दयुग्मों की जोड़ियाँ मिलाओ।

उत्तर :

स्वयं अध्ययन

मातृभाषा के दस शब्द एवं दो वाक्यों का हिंदी में अनुवाद करो।

उत्तर :

मराठी के 10 शब्द और उनके हिंदी अर्थ:

१. आई – माँ

२. वडील – पिता

३. शाळा – स्कूल

४. पाणी – पानी

५. खिडकी – खिड़की

६. पुस्तक – पुस्त

७. फळ – फल

८. घर – घर

९. बाळ – बच्चा

१०. सूर्य – सूरज

मराठी के 2 वाक्य और उनका हिंदी अनुवाद:

१. मराठी: माझं नाव रोहित आहे।
हिंदी: मेरा नाम रोहित है।

२. मराठी: मी दररोज शाळेत जातो।
हिंदी: मैं रोज़ स्कूल जाता हूँ।

सुनो तो जरा

ध्वनिफीति, सी. डी. पर कोई लोकगीत सुनो।

उत्तर :

मैंने सी.डी. पर एक लोकगीत सुना जिसका नाम था “झीनी झीनी बीनी चदरिया”। यह गीत बहुत मधुर था और इसमें गाँव की संस्कृति, भावनाएँ और जीवनशैली दिखाई गई थी। इस लोकगीत को सुनकर मुझे भारत की लोकसंगीत परंपरा की सुंदरता का अनुभव हुआ। इसमें इस्तेमाल हुए वाद्ययंत्र जैसे ढोलक, मंजीरा और बांसुरी की ध्वनि बहुत मनभावन थी।

लोकगीत हमारी संस्कृति की आत्मा होते हैं, जो हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं

बताओ तो सही

तुम अपनी छोटी बहन/छोटे भाई के लिए क्या करते हो ?

उत्तर :

मैं अपने छोटे भाई से बहुत प्यार करता हूँ। मैं उसके साथ खेलता हूँ, उसे पढ़ाई में मदद करता हूँ और जब वह रोता है तो उसे चुप कराता हूँ। कभी-कभी मैं उसके लिए उसकी पसंद की चीजें लाता हूँ, जैसे टॉफी या खिलौने। जब मम्मी-पापा घर पर नहीं होते, तब मैं उसका ध्यान रखता हूँ। मैं हमेशा चाहता हूँ कि वह खुश रहे और कुछ अच्छा सीखे।

वाचन जगत से

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की आत्मकथा का अंश पढ़कर चर्चा करो।

उत्तर :

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी का जन्म १५ अक्टूबर १९३१ में हुआ था। इनका जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। कलाम का बचपन गरीबी में बिता। पैसों के लिए कलाम स्कूल के बाद समाचार पत्र वितरण का कार्य करते थे। १९५४ में उन्होंने भोतिकी से स्तातक किया। आगे चलकर उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की। १९६० में वह इंजीनियरिंग पूरी की। इसके बाद अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) से जूड़ गये। १९६९ में वह इसरो में आ गये। वो हमारी मिसाइल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते है। २००२ मे भारत के राष्ट्रपति बने।

मेरी कलम से

अपने नाना जी/दादा जी को अपने मन की बात लिखकर भेजो।

उत्तर :

प्रिय दादाजी,

नमस्ते।
आपको बहुत याद करता/करती हूँ। जब आप मेरे साथ खेलते थे, कहानियाँ सुनाते थे, वो समय मुझे बहुत अच्छा लगता था। अब जब आप गाँव में हैं, तो आपका साथ बहुत याद आता है।

मैं अपनी पढ़ाई मन लगाकर कर रहा/रही हूँ और आपके आशीर्वाद से अच्छे अंक लाने की कोशिश कर रहा/रही हूँ। आपने जो जीवन की बातें सिखाईं, जैसे ईमानदारी, मेहनत और दूसरों की मदद करना — मैं उन्हें हमेशा याद रखता/रखती हूँ।

जल्दी ही आपसे मिलने का मन है। आप अपना ध्यान रखें और जल्द ही शहर आइए, हम सब मिलकर बहुत सारी बातें करेंगे।

आपका प्यारा पोता,
राहूल देशपांडे

दो-तीन वाक्य में उत्तर लिखो :

१. बबलू की आदत से कौन परेशान थे ?

उत्तर :

बबलू की आदत से माता-पिता दोनों परेशान थे। स्कूल के शिक्षक और सभी कर्मचारी भी परेशान थे।

२. शीला मौसी ने बिजली की कटौती का क्या कारण बताया ?

उत्तर :

शीला मौसी ने कहा, गरमी बढ़ जाने से बाहर तमाम जगहों पर बिजली का भार बढ़ गया है। इसलिए कंपनी ने अपने यहाँ आज से बिजली कटौती शुरु कर दी है। आज कॉलोनी के इस ब्लॉक में कटौती हुई है। फिर बारी-बारी से दूसरे ब्लॉकों में कटौती करेंगे।

३. प्यास के कारण बबलू की स्थिति कैसी बनी थी ?

उत्तर :

प्यास के कारण बबलू का बहुत बुरा हाल था। आधा गिलास पानी वह एक ही घूँट में पी गया। दो-चार कौर खाते ही उसकी प्यास और भड़क उठी। वह प्यास से बेचैन हो उठा और पानी-पानी चिल्लाने लगा।

४. बबलू ने किस बात को कभी नहीं जाना ?

उत्तर :

बबलू ने इस बात को कभी नहीं जाना कि पानी, बिजली आदि ऊर्जा का भंडार सीमित है। हमें इसका उपयोग सोच-समझकर करना चाहिए।

अध्ययन कौशल

निम्नलिखित चित्रों के नाम बताओ और जानकारी लिखो।

उत्तर :

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