वीरभूमि पर कुछ दिन स्वाध्याय
वीरभूमि पर कुछ दिन स्वाध्याय इयत्ता नववी हिंदी

सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए :
१) उत्तर लिखिए :
क) ऊँट की सवारी करने के बाद लेखिका की स्थिति –
उत्तर :
मन में डर और आनंद का भाव।
ख) ऊँट की सवारी का अनुभव रोमांचकारी और मनोरंजक था, यह दर्शाने वाला वाक्य –
उत्तर :
सभी ही हदयगति वैसी ही धड़क रही थी, जैसी हमारी।
२) जोड़ियाँ मिलाइए :-
अ | आ |
---|---|
क) रेगिस्तान का जहाज | सूर्यास्त |
ख) मखमली गद्दे | ऊँट |
ग) रंग-बेरंगी पोशाक | होटल |
घ) पर्यटकों की मंजिल | रेत |
पर्यटक |
उत्तर :
अ | आ |
---|---|
क) रेगिस्तान का जहाज | ऊँट |
ख) मखमली गद्दे | रेत |
ग) रंग-बेरंगी पोशाक | पर्यटक |
घ) पर्यटकों की मंजिल | सूर्यास्त |
३) परिच्छेद में प्रयुक्त विलोम शब्द की जोड़ी लिखिए।
उत्तर :
बाल X वृद्ध
४) ‘मेरा यात्रानुभव’ पर आपके विचार लिखिए।
उत्तर :
यात्रा का अपना एक सुखद अनुभव होता है। हर यात्रा अपने में कई यादें समेटे होती है पर कुछ बहुत यादगार होती हैं। पिछली गर्मियों की छुट्टियों में मैं अपने परिवार के साथ नैनीताल घूमने गई थी। रास्ते के दोनों ओर घाटियों का मनमोहक दृश्य था। कहीं घाटियाँ अत्यंत सुंदर थीं, तो कहीं इनकी गहराई डरा देने वाली थी। पर्वतों पर पेड़ों की सुंदरता देखते ही बनती थी। नगर की सड़के स्वच्छ थी।
नैनीताल का नाम एक ताल के कारण पड़ा, जो आज भी वहाँ पर स्थित है जिसका नाम नैनीताल है। नैनीताल में कई स्थल हैं, जो बेहद मनमोहन है। तीन दिन हम काफी घूमे और अगले दिन घर के लिए रेल पकड़ी। नैनीताल की यह यात्रा मेरे लिए बहुत सुखद और यादगार रही। वहाँ का प्राकृतिक सुंदरता ने मेरा मन मोह लिया। अवसर मिलने पर में एक बार फिर से ऐसी सुखद यात्रा पर अवश्य जाना चाहूँगी।
लेखनीय
‘चितौड़गढ़ बोलने लगा तो……..’ अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर :
मेरा निर्माण ७ वी शताब्दी में मौर्य के शासनकाल में हुआ था। मेरा नाम विशालतम किलों में लिया जाता है। मैं एक ऐतिहासिक धरोधर भी हूँ। मैं १८० मीटर पहाड़ी की ऊँचाई पर हूँ। में ८३४ सालों तक मेवाड़ की राजधानी रहा। मुझ पर राजपूत सूर्यवंशी वंश के वंशजों ने ७ वी शताब्दी से १५६८ तक शासन किया।
पहली बार अलाउद्दीन खिलजी ने मुझ पर शासन कर रहे रतनसिंह को पराजित किया, दुसरी बार गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह ने विक्रमजीत सिंह को और तीसरी बार अकबर ने उदयसिंह को पराजित किया।
मुझ पर शासन करने वाले राजाओं में से महाराणा प्रताप का नाम भारतीय इतिहास में गुंजायमान है। इनकी वीरता की गाथा पूरा भारत देश गाता है। यह एक ऐसे राजपूत थे, जिनकी वीरता को अकबर भी प्रणाम करता था। मेरे वीर सैनिक महाराणा प्रताप का नाम भारतीयों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। आज मेरा यह स्मारक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
मौलिक सृजन
‘ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा एवं सवर्धन करना हमारा कर्तव्य है’, इसके आधार पर चर्चा कीजिए और दिए गए मुद्दों से सूचना फलक तैयार कीजिए :

उत्तर :
ऐतिहासिक वस्तुएँ इतिहास का दर्पण होती हैं। प्राचीन काल की सभ्यता, संस्कृति आदि की जानकारी उस काल की चीजों अथवा उसके अवशेषों से ही मिलती है। यदि ऐतिहासिक चीजों का संरक्षण न किया जाए, तो आनेवाली पीढ़ी अपने इतिहास के बारे में नहीं जान पाएगी। अत: ऐतिहासिक चीजों का संरक्षण आवश्यक है।
सूचना फलक
i) प्लास्टिक चीजों का इस्तेमाल ना करें।
ii) मेरी सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी !
iii) कूड़ा, कचरा कचरा कुंडी में डालें।
iv) मैं आपकी विरासत हूँ।
विषय से
राष्ट्र का गौरव बनाए रखने के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा किए सराहनीय कार्यों की सूची बनाइए।
नौवीं कक्षा पाठ-२ इतिहास और राजनीति शास्त्र
उत्तर :
राष्ट्र का गौरव बनाए रखने के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा किए सराहनीय कार्यों की सूची :
i) पंडित जवाहरलाल नेहरू – यह भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। इन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन्होंने योजना आयोग का गठन किया, और तीन लगातार पंचवर्षीय योजनाओं का शुभारंभ किया। इनकी नीतियों के कारण देश में कृषि और उद्योग का एक नया युग शुरु हुआ।
ii) लाल बहादुर शास्त्री – यह भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। इन्होंने भारत – पाक युद्ध के दौरान सफलतापूर्वक देश का नेतृत्व किया और खाद्य कमी से जूझ रहे भारत को “जय जवान जय किसान” का नारा दिया।
iii) इंदिरा गांधी – यह भारत की तीसरी तथा छठवीं प्रधानमंत्री बनी थी। यह भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। इन्होंने देश में उत्पन्न खाद्यान्न संकट तथा सूखे की मार से निबटने के लिए जनता का प्रत्यक्ष सहयोग प्राप्त करके देश से भुखमरी दूर करने का प्रयास किया।
iv) राजीव गांधी – यह भारत के सातवें प्रधानमंत्री बनें। प्रधानमंत्री बनते ही इन्होंने नई शिक्षा नीति की घोषण की। देश के औद्योगिक विकास के लिए तरह-तरह के आयोग गठित किए। भारत की अर्थव्यवस्था तथा विज्ञान व तंत्रज्ञान के क्षेत्र में अनेक सुधार करने का प्रयास किया।
पाठ के आँगन में
१) सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए :-
क) संजाल :

उत्तर :

ख)

उत्तर :

२) दिए गए शब्दों के वर्णों का उपयोग करके चार-पाँच अर्थपूर्ण शब्द तैयार कीजिए :-

उत्तर :

३) उत्तर लिखिए :-
स्वयं पढ़े हुए यात्रावर्णन :-
च) किताब : यात्रा का आनंद
लेखक : काका कालेलकर
छ) किताब : ऋणजल धनजल
लेखक : फणीश्वरनाथ रेणु
४) केवल एक शब्द में उत्तर लिखिए :-
त) वीर जवानों का वह देश जो धरती का गहना
उत्तर :
भारत
थ) महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम
उत्तर :
चेतक
पाठ से आगे
ऐतिहासिक वस्तु संग्रहालय देखने का आयोजन करते हुए संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर :
१८ मई को ‘आंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस’ के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय संग्रहालय, पुणे में स्थित ऐतिहासिक वस्तू संग्रहालय देखने का आयोजन किया गया है। इस संग्रहालय में जाकर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व की चीजों को देखकर हम अपने इतिहास और संस्कृति के बारे में जानेंगे। इस संग्रहालय में प्राचीन कलाकृतियों, नक्काशी व मूर्तिकला और इतिहास की कई महत्वपूर्ण वस्तुएं सुरक्षित हैं। उनके बारे में जानकर हमें अपने इतिहास को निकट से जानने का अवसर मिलेगा। आशा है अधिक से अधिक छात्र इस कार्यक्रम में शामिल होकर इस आयोजन को सफल बनाएंगे।
स्वमत – अभिव्यक्ति :-
मैं पाठशाला जा रहा था। रास्ते में एक युवक अपनी मोटरसाइकिल आड़ी-टेढ़ी चलाते, अपनी कलाबाबाजियाँ दिखाते हुए तथा जोर-जोर से हॉर्न बजाकर लोगों को परेशान कर रहा था। उसे देखकर मेरे मन में विचार आए …………….
उत्तर :
ऐसे लोग जान-बूझकर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और उन्हें परेशान करने के लिए ऐसा कार्य करते हैं। सड़क पर इस प्रकार गाड़ी चलाना और तेज हॉर्न बजाना नियमों के खिलाफ है। ऐसा करने पर यह युवक दुर्घटना का शिकार भी हो सकता है या फिर किसी को घायल भी कर सकता है। ऐसे लोगों की शिकायत पुलिस से करनी चाहिए, ताकि वे इन्हें इनके गलत कार्यों के लिए इन पर जुर्माना लगाएँ जिससे ये दोबारा कभी ऐसा कार्य न कर सकें।
निबंध लेखन :-
‘हमारी सैर’ विषय पर निबंध लिखिए।
उत्तर :
मैं प्राय: हर साल किसी ऐतिहासिक स्थान की सैर करने अवश्य जाती हूँ। इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों में मैं ताजमहल देखने के लिए आगरा गयी थी।
उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के तट स्थित आगरा एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगर है। आगरा की प्रसिद्धि का सबसे बड़ा कारण ताजमहल है। इसे दुनिया के सात आश्चर्यों में शामिल किया गया है।
शरत्चन्द्र ने अपने उपन्यास ‘शेष प्रश्न’ में ताजमहल का वर्णन करते हुए लिखा है – “यहा शाहजहाँ का मुमताज बेगम के प्रति एकनिष्ठ प्रेम की निशानी है।”
ताजमहल भारतीय एवं इस्लामी वास्तुकला के अनूठे संगम का उत्कृष्ट नमूना है। कहा जाता है कि इसके निर्माण में २० वर्षों से भी अधिक समय लगा था। ताजमहल सफेद संगमरवर से निर्मित है।
ताजमहल देखने के बाद मेरी आंखे धरी की धरी रह गयी। ताजमहल का निर्माण कुछ इस तरह किया गया है कि इसके नजदीक जाते हुए यह दूर जाता प्रतीत होता है। ताजमहल के चारों ओर एक खूबसूरत उद्यान बना हुआ है, जिसे चारबाग कहा जाता है।
एक बार ताजमहल का दीदार कर लेने वाला व्यक्ति जीवनभर इसे भूल नहीं सकता। यह वास्तव में पृथ्वी पर स्वर्ग होने का आभास कराता है। भारत के मशहूर शायर शकील बदायूँनी ने इसकी प्रशंसा करते हुए लिखा है –
“एक शहंशाह ने बनवा के हसीं ताजमहल
सारी दुनिया को मुहब्बत की निशानी दी है।”
ऐतिहासिक स्थल की ये सैर यादगार सैर रहेगी। इस सैर से मुझे अनेक प्रकार की जानकारियाँ भी प्राप्त हुई और प्यार का प्रतीक ताजमहल देखने का आनंद भी प्राप्त हुवा।
भाषा बिंदु
२) निम्न संधि का विग्रह कर उसके प्रकार बताओ
१. थोड़ी ही देर में हॉटेल के स्वागत में आसीन थे।
२. हमारी मंजिल थी सूर्यास्त केंद्र बिंदु।
३. सब कुछ इतना सुंदर सजीव और मनोहर था।
४. रेखांकित प्रत्येक लोकोक्ति को सोदाहरण लिखो।
५. उपर्युक्त वाङ्मय दुष्कर एवं अत्यधिक दुर्लभ है।
६. भारतीय कलाकारों का सम्मान तथा उन्हें नमन करने का मन करता है।
उत्तर :
१. थोड़ी ही देर में हॉटेल के स्वागत में आसीन थे।
२. हमारी मंजिल थी सूर्यास्त केंद्र बिंदु।
३. सब कुछ इतना सुंदर सजीव और मनोहर था।
४. रेखांकित प्रत्येक लोकोक्ति को सोदाहरण लिखो।
५. उपर्युक्त वाङ्मय दुष्कर एवं अत्यधिक दुर्लभ है।
६. भारतीय कलाकारों का सम्मान तथा उन्हें नमन करने का मन करता है।
क्र. | शब्द | विग्रह | संधि | प्रकार |
---|---|---|---|---|
१. | स्वागत | स्व + आगत | अ + अ | स्वर संधि |
२. | सूर्यास्त | सूर्य + अस्त | अ + अ | स्वर संधि |
३. | मनोहर | मन: + हर | न: + ह | विसर्ग संधि |
४. | रेखांकित | रेख + अंकित | अ + अ | स्वर संधि |
४. | सोदाहरण | स + उदाहरण | अ + उ | स्वर संधि |
५. | वाङ्मय | वाक् + मय | क् + म | व्यंजन संधि |
५. | दुष्कर | दु: + कर | दु: + क | विसर्ग संधि |
६. | सम्मान | सम् + मान | म् + मा | व्यंजन संधि |