उपहार स्वाध्याय

उपहार स्वाध्याय

उपहार स्वाध्याय इयत्ता सहावी हिंदी

नाम हमारे

चित्र पहचानकर उनके नाम लिखो :

उत्तर :

विचार मंथन

|| ईमानदारी चरित्र निर्माण की नींव है ||

उत्तर :

ईमानदारी की भावना का अर्थ है सत्य की भावना | ईमानदारी को अपनाने वाला व्यक्ति सच्चा और अच्छा होता है | व्यक्ति ईमानदार होगा तो उसका व्यवहार भी शुद्ध होगा | ईमानदार व्यक्ति में निहित गुणों के कारण उसका चरित्र भी अच्छा बनता है | लोग उनका सम्मान करते हैं, इसलिए ईमानदारी चरित्र निर्माण की नींव है |

खोजबीन

गृह उद्योगों की जानकारी प्राप्त करो और इसपर चर्चा करो |

उत्तर :

मधुमक्खी पालन भी गृह उद्योग है | मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिससे मानव जाति को लाभ हो रहा है | यह एक कम खर्चीला घरेलू उद्योग है जिसमें आय, रोजगार और पर्यावरण को शुद्ध रखने की क्षमता है | यह एक ऐसा रोजगार है जिसे करने से समाज के हर वर्ग के लोग लाभान्वित हो सकते हैं |

भाषा की ओर

निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द इस कहानी से ढूँढकर बताओ |

सखा =

वृक्ष =

जननी =

नयन =

भगिनी =

उत्तर :

सखा = मित्र

वृक्ष = पेड़

जननी = माँ

नयन = आँख

भगिनी = बहन

सुनो तो जरा

कार्टून कथा सुनकर उसे हाव-भाव सहित सुनाओ |

उत्तर :

ऋत्विक नाम का एक गरीब लड़का था | वह पुस्तके खरीदने मेले जाना चाहता था, पर जा नहीं पाता | वह बहुत उदास हो जाता है | उसे एक परी मिलती है | परी को देखकर आश्चर्यचकित हो जाता है | परी ऋत्विक से कहती है कि यदि वह परीक्षा में पास हो जाता है तो परी ऋत्विक को बहुत सारी पुस्तकें देगी | ऋत्विक आगे बढ जाता है | रास्ते में उसे एक खोयी हुई पोटली मिलती है जिसे ऋत्विक राहगीर को वापस कर देता है | ऋत्विक पारी की परीक्षा में सफल हो जाता है | ऋत्विक को जब पता चलता है कि वह पास हो तो ऋत्विक के पास शब्द नहीं थे धन्यवाद देने के लिए | खुशी से उसकी आँखे भर आई | परी ऋत्विक को बहुत सारी पुस्तके देती है | ऋत्विक देखता है कि अचानक एक पुस्तक उससे बाते करने लगती है ऋत्विक एक लिए यह एक रोमांच वाली घटना थी |

बताओ तो सही

बड़े होकर क्या बनना चाहते हो ?

उत्तर :

मैं बड़ा होकर डॉक्टर बनना चाहता हूं | मैं डॉक्टर बनकर देश के गरीब और असहाय लोगों का इलाज करूंगा | एक डॉक्टर होने के नाते मैं असाध्य रोगों का इलाज भी खोजूंगा | मैं हमेशा समाज की बेहतरी के लिए काम करना चाहता हूँ |

वाचन जगत से

महादेवी वर्मा का कोई रेखाचित्र पढ़कर उसके पात्रों के नाम लिखो |

उत्तर :

कहानी – नीलकंठ

पात्र :

i) लेखिका – महादेवी वर्मा

ii) बड़े मियाँ – चिड़िया बेचनेवाला

iii) नीलकंठ – मोर

iv) राधा – मोरनी

v) कुब्जा – मोरनी

vi) कजली – लेखिका की कुतिया

vii) बूढा – खरगोश

viii) लक्का – कबूतर

ix) चित्रा – बिल्ली

मेरी कलम से

इस कहानी के किसी एक अनुच्छेद का अनुलेखन करो |

उत्तर :

अब ऋत्विक ने मित्रों के लिए अपनी बहन कृतिका की सहायता से पुस्तकालय खोला | वहाँ सभी बच्चे आकर अपनी मनपंसद पुस्तके पढ़ने लगे | उनको पूरा गाँव पुस्तक मित्र के नाम से जानने लगा |

किसने किससे कहा है, बताओ :

१. “तुम यहाँ उदास क्यों बैठे हो ?”

उत्तर :

परी ने ऋत्विक से कहा |

२. “मेरी पोटली गिर गई है रास्ते में |”

उत्तर :

राहगीर ने ऋत्विक से कहा |

३. “और कोई पहचान बताओ |”

उत्तर :

ऋत्विक ने राहगीर से कहा |

४. “नहीं-नहीं, अब तो तुम ही मेरी साथी हो, मित्र हो |”

उत्तर :

ऋत्विक ने पुस्तक से कहा |

सदैव ध्यान में रखो

सच्चाई में ही सफलता निहित है |

उत्तर :

मनुष्य को अपने जीवन में हमेशा सच की राह पर चलना चाहिए | महात्मा गांधी एवं कई महापुरुषों ने अपने जीवन में सत्य का पालन किया है | भले ही सत्य की राह पर चलने वाले मनुष्य को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है किंतु अंत में सत्य की ही विजय होती है |

जरा सोचो ………………. बताओ

यदि तुम्हें परी मिल जाए तो ……………..

उत्तर :

यदि मुझे परी मिल जाए तो परी मेरा भी इम्तिहान लेगी | मुझे पता है कि मैं भी अपनी परीक्षा में जरूर सफल होऊंगा | क्योंकि मैं एक ईमानदार इंसान हूँ और मेहनत, लगन से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हूँ | मैं पूरी ईमानदारी से परी को अपनी परीक्षा दूंगा |

अध्ययन कौशल

किसी परिचित अन्य कहानी लेखन के लिए मुद्दे तैयार करो |

उत्तर :

एक कुत्ता – रोटी का टुकड़ा मिलना – मुँह में दबाना – पुल पार करना – पानी में परछाई देखना – दूसरा कुत्ता समझना – उस पर भौंकना – रोटी का गिर जाना – सीख |

स्वयं अध्ययन

दिए गए चित्रों के आधार पर उचित और आकर्षक विज्ञापन तैयार करो |

उत्तर :

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