जीवन नहीं मरा करता है स्वाध्याय
जीवन नहीं मरा करता है स्वाध्याय इयत्ता सातवी हिंदी

जरा सोचो ……………… चर्चा करो

उत्तर :
यदि सूर्य प्रकाश न होता तो इन पर क्या प्रभाव पड़ता – वनस्पति, पशु-पक्षी, मानव।
वनस्पति : यदि सूर्य प्रकाश न होता तो पृथ्वी पर वनस्पति का नामोनिशान न होता। पेड़-पौधे सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में ही फोटोसिंथेसिस प्रक्रिया के द्वारा क्लोरोफिल नामक पदार्थ तैयार करते हैं। इसी क्लोरोफिल के करण पेड़-पौधों का जीवन संभव है।
पशु-पक्षी : यदि सूर्य प्रकाश न होता तो पृथ्वी पर पशु-पक्षी भी न होते। सभी पशु और पक्षी किसी न किसी रूप में वनस्पति पर आश्रित होते हैं। शाकाहारी पशु पेड़-पौधे खाकर जीवित रहते हैं। माँसाहारी पशु जीवन-यापन के लिए इन शाकाहारी पशुओं पर निर्भर रहते हैं। यह प्रक्रिया खाद्य शृंखला कहलाती है।
मानव : यदि सूर्य प्रकाश न होता तो पृथ्वी पर मानव का अस्तित्व भी संभव न होता। मनुष्य अपनी दैनिक आवश्यकताओं के लिए पूरी तरह से वनस्पति जगत पर निर्भर करता है। फल, सब्जी, दाल, चावल, अनाज, कागद, लकड़ी एवं अनेक अन्य चीजें मनुष्य पेड़-पौधों से ही प्राप्त करता है।
अंत में हम कह सकते हैं कि यदि सूर्य प्रकाश न होता तो इस पृथ्वी पर जीवन ही संभव नहीं होता।
सुनो तो जरा
ई न्यूज, आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं अन्य प्रसार माध्यमों आदि से समाचार पढ़ो/सुनो और मुख्य बातें सुनाओ।
उत्तर :
समाचार की मुख्य बातें
मैंने आकाशवाणी और दूरदर्शन से ताज़ा समाचार सुने और ई-न्यूज़ पोर्टल पर समाचार पढ़े। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार हैं:
मौसम समाचार: अगले कुछ दिनों में मानसून सक्रिय रहेगा, और कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
राष्ट्रीय समाचार: प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए राज्य सरकारों से सहयोग की अपील की।
अंतरराष्ट्रीय समाचार: भारत और जापान के बीच व्यापारिक समझौते पर बातचीत जारी है।
खेल समाचार: भारत ने क्रिकेट के टी-20 श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीत दर्ज की।
सामाजिक खबरें: ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत कई गाँवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है।
अध्ययन कौशल
सौरऊर्जा पर टिप्पणी तैयार करो और पढ़ो :

उत्तर :
सौर ऊर्जा – महत्त्व, प्रयोग
सौर ऊर्जा अर्थात सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा। सौर ऊर्जा ही धरती पर सभी प्रकार जे जीवन का आधार है।
सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही सौर ऊर्जा कहा जाता है। यह ऊर्जा कम खर्चीली तो है ही, साथ ही कभी खत्म न होने वाली भी है। उसकी एक अन्य विशेषता है इसका प्रदूषणरहित होना। यह वातावरण को किसी भी प्रकार से प्रदूषित नहीं करती। भारत में लगभग पूरे वर्ष सूर्य का प्रकाश प्राप्त होता है। अत: यहाँ सौर ऊर्जा की उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। सौर ऊर्जा का उपयोग अनेक प्रकार से किया जा सकता है। गर्मी के लिए, भोजन पकाने के लिए, बिजली के रूप में, कैल्कुलेटर में, कार, हवाई जहाज आदि के उपकरणों में सफलतापूर्वक सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है।
मेरी कलम से
निम्नलिखित शब्द की सहायता से नए शब्द बनाओ :

उत्तर :

विचार मंथन
।। जीवन चलता ही रहता ।।
उत्तर :
जीवन एक प्रवाह की तरह है, जो कभी नहीं रुकता। इसमें सुख-दुख, सफलता-असफलता, हँसी-आँसू सब आते हैं, लेकिन जीवन इन सबसे आगे बढ़ता है। कठिनाइयाँ हमें मजबूत बनाती हैं और खुशियाँ हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
हर नया दिन एक नया अवसर लेकर आता है। इसलिए हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। हमें हर परिस्थिति में धैर्य रखना चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए, क्योंकि “जीवन चलता ही रहता है”।
सदैव ध्यान में रखो
कालचक्र निरंतर गतिमान है।
उत्तर :
समय कभी किसी के लिए नहीं रुकता। वह निरंतर चलता रहता है – चाहे दिन हो या रात, सुख हो या दुख। जो समय का सदुपयोग करता है, वही जीवन में सफल होता है। बीता हुआ समय कभी लौटकर नहीं आता, इसलिए हर पल को मूल्यवान समझना चाहिए।
हमें समय के साथ चलना चाहिए, सीखते रहना चाहिए और अपने कर्मों से अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाना चाहिए।
१. निम्नलिखित पंक्तियों का अर्थ लिखो :
क) ‘लाख करे पतझर कोशिश पर उपवन नहीं मरा करता है।’
उत्तर :
हर वर्ष पतझड़ आता है उपवन के पुष्प-पत्ते सब झड़ जाते हैं परंतु जैसे ही वसंत का आगमन होता है, सभी वृक्ष नए, कोमल पत्तों से लद जाते हैं। पतझड़ की लाख कोशिशों के बाद भी उपवन हरा-भरा रहता है।
ख) ‘कितनी बार गगरियाँ फूटीं शिकन न पर आई पनघट पर।’
उत्तर :
पनघट पर स्त्रियाँ, बच्चे हर समय पानी भरते रहते हैं। अनेक बार उनकी गगरियाँ गिरकर, एक-दूसरे से टकराकर टूट जाती हैं। परंतु पनघट इसके लिए कभी दुख नहीं मनाता। उसकी रौनक में कभी कमी नहीं आती।
२. इस कविता का मुख्य आशय लिखो।
उत्तर :
कविता का आशय है कि हमें असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए। अपनी मंजिल पाने की कोशिश छोड़नी नहीं चाहिए। कुछ सपने पूरे न होने का अर्थ यह नहीं है कि जीवन समाप्त हो गया।
३. जीवन की शाश्वतता को बताने वाली पंक्तियाँ लिखो।
उत्तर :
खोता कुछ भी नहीं यहाँ पर केवल जिल्द बदलती पोथी,
जैसे रात उतार चाँदनी पहने सुबह धूप की धोती।