रात का चौकीदार स्वाध्याय

रात का चौकीदार स्वाध्याय

रात का चौकीदार स्वाध्याय इयत्ता नववी हिंदी

संभाषणीय

‘ट्रैफिक पुलिस’ से बातचीत करके उनकी दिनचर्या संबंधी जानकारी लीजिए।

उत्तर :

मै : नमस्ते पुलिस अंकल आप कैसे हो ?

ट्रैफिक पुलिस : मै ठीक हूँ बेटा, कहो क्या कहते हो ?

मै : मै स्कूल छुटने के बाद घर जा रहा था ऐसी धुप मे आपको खडा देख सोचा आपको पाणी दिला दूं। लीजिए पाणी पीजिए।

ट्रैफिक पुलिस : शुक्रिया बेटा।

मै : क्या आप ऐसे ही रोज तपते धुप मे खड़े रहते हो ?

ट्रैफिक पुलिस : हां, यह हमारी ड्यूटी है।

मै : आप कितने बजे ये यहां खड़े रहते है ?

ट्रैफिक पुलिस : सुबह से, जैसे ट्रैफिक बढ़ती है, काम बढ़ जाता है।

मै : आपकी ड्यूटी कैसे तय होती है ?

ट्रैफिक पुलिस : हमे थाने से शहर का एक पॉईंट दिया जाता है। जो पॉईंट मिलता बस वही हमारी ड्यूटी शुरु।

मै : आप खाना कब खाते हो मैने तो आपको खाना खाते नही देखा।

ट्रैफिक पुलिस : हा खाना खाता हूँ ना। खाने के लिए हमे समय दिया जाता है। पर कभी कबार ट्रैफिक जादा हो जाये तो थोड़ा देर से खा लेता हूँ।

मै : सच मे अंकल आप इतना काम करते है। आपकी थकान महसुस नही होती ?

ट्रैफिक पुलिस : मुझे यह काम करने मे आनंद मिलता है। मै यातायात सुरक्षित करता हुँ, एक्सीडेंट होने से बचाता हुँ, लायसन्स

लेखनीय

लेखनीय-अपने परिसर के चौकीदार द्वारा अच्छा कार्य करने हेतु अभिनंदन करने वाला पत्र लिखिए।

उत्तर :

मौलिक सृजन

‘पुलिस समाज के रक्षक’ इस बारे में अपना मत लिखिए।

उत्तर :

समाज में तरह-तरह के लोग होते हैं। कुछ लोग भले और शांति प्रिय होते हैं, जो अपने काम-से-काम रखते हैं। ये किसी के काम में दखल नहीं देते। पर कुछ लोग अलग ढंग के होते हैं और इनके काम समाज के लिए परेशानी पैदा करने वाले होते हैं। चोरी-डकैती, हत्या करना इनके लिए साधारण बात होती है। ये समाज के शांतिप्रिय लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं। इस प्रकार के समाज-विरोधी तत्त्वों से जनता की रक्षा करने का काम करती है पुलिस। पुलिस जनता की शिकायत मिलने पर इन तत्त्वों के खिलाफ कार्रवाई करती है और उनके विरुद्ध शिकायतें दर्ज करके उन्हें दंड दिलाने और जनता को न्याय दिलाने का काम करती है। इस तरह, पुलिस समाज रक्षक का काम करती है।

आसपास

किसी परिचित सुरक्षा रक्षक से वार्तालाप कीजिए।

उत्तर :

मै : नमस्ते अंकल आप कैसे है ?

सुरक्षा रक्षक : मै ठीक हूँ, और इस वक्त मै अपना काम कर रहा हूँ।

मै : आप लगातार घंटो तक, यहा खड़े रहते है। इसे आप कैसा महसुस करते है ?

सुरक्षा रक्षक : मुझे अपना काम करने मे बड़ा आनंद मिलता है। चाहे कंपकपाती ठंड हो, झमाझम बरसाती वर्षा हो या उमस भरी गर्मी हो, हर हाल मे मुझे अपना काम करना पड़ता है।

मै : आपकी ड्यूटी के बारे मे आपकी क्या राय है ?

सुरक्षा रक्षक : मै अपनी ड्युटी को अपना धर्म मानता हूँ और उसे भलीभांती निभाना जानता हूँ।

मै : अंकल कुछ लोग आपको भला बुरा कहते है, आपको डराते, धमकाते है इसके बारे मे आप क्या कहेंगे।

सुरक्षा रक्षक : मै उनपर ध्यान नही देता। समाज में कुछ लोग कैसे होते है, उनको क्या कहना ? हमे बस अपना काम करना चाहिए।

मै : आप सही कर रहे हैम् अंकल। बस आपकी वजह से हम रात मे बिना किसी भय, बिना किसी डर से सो पाते है। मै आपका शुक्रगुजार हूँ।

पाठ के आँगन में

१) कृतियाँ पूर्ण कीजिए :

क) संजाल :

उत्तर :

ख) कारण

१. चौकीदार द्वारा पैसे न देने वाले घरों की भी रखवाली करने का कारण –

उत्तर :

कोई घटना हो जाने पर झूठा आरोप लगने का डर तथा चौकीदार की केवल पैसे के लिए ही काम न करने का विचार।

२. चौकीदार की असुरक्षा का कारण –

उत्तर :

गुंडे-बदमाशों का मारपीट करना।

२) नीचे दिए गए अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए। इसी प्रकार के अन्य पाँच शब्द बनाकर अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए :

च) रातों में सड़क पर लाठी ठोंकते, सीटी बजाकर पहरा देने वाला –

उत्तर :

चौकीदार

वाक्य : पहारा देते समय सावधानी रखना चौकीदार का काम होता है।

छ) अपनी जिम्मेदारियाँ तथा कर्तव्य निभाले वाला –

उत्तर :

जिम्मेदार

वाक्य : राम एक जिम्मेदार व्यक्ती है।

अन्य वाक्य –

i) अकेला : संकेत भीड़ से अलग अकेला ही खड़ा है।

ii) पुलिस : पुलिसथाने से पुलिस आकर चोर को पकड़ कर ले गई।

iii) मेहनताना : प्रत्येक व्यक्ति को उसकी मेहनत का मेहनताना मिलना चाहिए।

iv) सैनिक : सैनिक देश की रक्षा करते हैं।

v) असुरक्षित : समाज में बढ़ते अपराधों के कारण लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस करने लगे है।

३) घटना ने अनुसार वाक्यों का उचित क्रम लगाकर लिखिए :

त) ऐसा पहले मेरे साथ हो चुका है साब जी।

थ) जैसी आप की इच्छा साब जी।

द) रात में अकेले घूमते तुम्हें डर नहीं लगता।

उत्तर :

त) ऐसा पहले मेरे साथ हो चुका है साब जी।

द) रात में अकेले घूमते तुम्हें डर नहीं लगता।

थ) जैसी आप की इच्छा साब जी।

४) ‘लूट-डकैती करने वालों ने चौकीदार से मारपीट की’ यह समाचार पढ़कर मन में आए विचार लिखिए।

उत्तर :

चौकीदार जहाँ काम करता है, उस स्थान की सुरक्षा करना उसकी जिम्मेदारी होती है। ऐसी जगह पर कोई घटना अथवा चोरी-डकैती होती है, तो पुलिस का संदेह सबसे पहले चौकीदार पर ही जाता है। इसलिए चौकीदार का जहाँ तक वश चलता है वह अपने काम मे लापरवही नहीं करता। चोर-डकैतों का सामना सबसे पहले चौकीदार से ही होता है। वे चौकीदार को अपने रास्ते से हटाने के लिए उससे मारपीट करते हैं। कभी-कभी उन्हें बुरी तरह घायल भी कर देते हैं। चौकीदार अपना काम मुस्तैदी से करता है। उसके काम में अड़चन डालना और उसे मारना-पीटना मानवता के विरुद्ध है। इसलिए चोर-डकैतों को चौकीदार की मजबूरी समझनी चाहिए और उनके साथ मारपीट नहीं करनी चाहिए।

भाषा बिंदु

१) निम्न वाक्यों में से सर्वनाम एवं क्रिया छाँटकर भेदों सहित लिखिए तथा अन्य पाठ्यपुस्तक से खोजकर नए वाक्य बनाइए :-

उत्तर :

नए सर्वनाम शब्द और उनसे बने वाक्य

i) कौन – दरवाजे पर कौन आया है।

ii) वह – वह रमेश की पुस्तक है।

नए क्रिया शब्द और उनसे बने वाक्य

i) सोना – सुबह देर तक सोना बुरी आदत है।

ii) बुलाना – रमेश ने स्वाती को बुलाया

२) निम्न में से संज्ञा तथा विशेषण पहचानकर भेदों सहित लिखिए तथा अन्य पाठ्यपुस्तक से खोजकर नए वाक्य बनाइए :

उत्तर :

नए संज्ञा शब्द और उनसे बने वाक्य

i) टीना – टीना सुबह पाठशाला जाती है।

ii) हरियाली – बारिश के मौसम में चारों ओर हरियाली छा जाती है।

नए विशेषण शब्द और उनसे बने वाक्य

i) हजार – माँ ने राहूल को कपड़े खरीदने के लिए हजार रुपए दिए।

ii) पाँच – मैदान में पाँच लड़के खेल रहे थे।

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